इबादीहिया के प्रति विशेषज्ञओं के मत

इबादिही वैचारिक शास्त्र दिन प्रति दिन ज्यादा से ज़्यादा अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान समुदाय के लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। बहुत ही महत्वपूर्ण वैज्ञानिक जोकि इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उन में से कुछ एक के बारे में इस पृष्ठ में जानकारी देंगे।

जौहन सी. विलकिनसन,

उपाधि डी लिट्ट, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्याल्य का भूतपूर्व रीडर और सन्त हिउज़ कालेज ऑक्सफोर्ड के अवकाश प्रापत साथी विदद्वान, यहाँ पर उनहोने 1969 से लेकर अवकाश प्राप्ति के वर्ष 1997 तक पढ़ाया ।

उसने ऑक्सफोर्ड बापिस आकार ओमान की इबादिही इमामियात पर शोध कार्य और अध्ययन करने व लिखने से पहिले बहुत वर्षों तक मिडल ईस्ट में अंतर्राष्ट्रीय पट्रोल कंपनियों के साथ काम किया। वे अनगिनत लेखों, और बहुत सी पुस्तकों के लेखक हैं, विशेषकर :

दक्षिण पूर्वी अरब में पानी और कबीलों का समाधान, (Clarendon Press, 1977), ओमान की  इममियात परम्परा (Cambridge University Press, 1987), अरब की सीमाएँ (I.B. Tauris, 1991), 

इबादीज़्म: ओमान की उत्पत्ति और उसका प्रारंभिक विकास (John C. Wilkinson, Oxford University Press, 2010).

http://global.oup.com/academic/product/ibadism-9780199588268;jsessionid=4E2979813EE891F4B750F0B0B81A810A?cc=de&lang=en&

वालेरीए हौफ़्फ़्मन्न

श्रीमति  Illinois विश्वविद्यालय में दक्षिण एशियाई और मध्य पूर्वी अध्ययन केंद्र की डाएरेक्टर हैं।

वे इस्लामिक सोच शास्त्र और प्रथाओं की विशेषज्ञ हैं और उन्होने इस्लाम के बहुत से पहलुओं का  पैगम्बर साहिब के काल से लेकर वर्तमान काल तक गहन अध्ययन किया है, उन्होने मूल तत्वों का अध्ययन किया है और लोगों में फील्ड वर्क किया है। 2000 से 2001 का वैज्ञानिक कार्य काल में वे ओमान में हादरामाव्त में रहीं और विशेषकर इस्लाम के इबादिही मत के शास्त्र अध्ययन में रुचि लेने लगी ।   

डाक्टर आंगेलीकी जायका

थैस्सालोनिकी के अरस्तू विश्व विद्यालया में रेलीजियन्स के इतिहास की प्रोफेसर हैं और स्ट्रास्बोर्ग के मार्क ब्लोख विश्व विद्यालया की डाक्टर हैं।

वे इस्लाम और अरबी/इस्लामिक सभ्यता और अंतर रेलिजेयस वार्तालाप व विचारों के आदान प्रदान के प्रसंग में विशेषज्ञ बनाती है जिसका उसने स्ट्रास्बोर्ग के विश्व विद्यालया में, अरबी और इस्लामिक अध्ययन की संस्था Pontifical Institute (PISAI, Roma) में, और अम्मान विश्व विद्यालया (जॉर्डन) में विशाल शोध अध्ययन किया है। उनका शोध क्षेत्र  मुस्लिम धर्म शास्त्र और इतिहास साथ ही साथ इस्लाम का मध्य पूर्व में सामाजिक, रेलीजियस और राजनीतिक मापदंड व परिमाप पर केन्द्रित रहा है।    

उसने ऑन इबादीज़्म नाम की एक पुस्तक का सम्पादन किया जिसमें नवम्बर 2009 की थेस्सालोनिकी के अरस्तू विश्व विद्यालय में इबादीज़्म को समर्पित सर्व प्रथम अंतर राष्ट्रीय सभा के अधिकृत लिखित कार्यवाही के सुलेख प्रस्तुत हैं।

हाईन्स गाऊबे जर्मनी

के टिउबिंगन विश्व विद्यालय में अवकाश प्राप्त कार्यकारी प्रोफेसर हैं, जहां पर ही ये इरानियन पाठ्यक्रम का अध्ययन करवाते रहें हैं। अपनी नौकरी से अवकाश प्राप्त करने के बाद उन्होने हिन्द महासागर के क्षेत्र में इबदिहीयह मत के विकास और प्रसार के लिए अपना ध्यान केन्द्रित किया। अपनी पुस्तक जिसका नाम “The Ibadis in the Region of the Indian Ocean हिन्द महासागर के क्षेत्र में इबदिहीयह मत “ है, वह पहली बार अफ्रीकी, पूर्वी और पश्चिमी भाषाओं में कीनीया और तंजानिया के तटीय क्षेत्रों में इस्लामी अवधि के पुरातात्विक साक्ष्य के व्यापक सर्वेक्षण, साथ ही प्रासंगिक लिखित स्रोतों को प्रस्तुत करता है और सूत्रों के अलग अलग स्मच्च्यों के संयोग प्रदान करता है।

श्रीमति एरसिलिया फ़्रांसेसका

फ़्रांसेसका Naples के "L'Orientale" विश्व विद्यालया में मुस्लिम संसार के इतिहास की सहायक प्रोफेसर हैं। सन 2005 से वे हारवार्ड विश्वविद्यालय की  ISILS –इस्लामिक कानून के अधय्यन की अंतर राष्ट्रिय सोसाइटी की सदस्य हैं। उनके द्वारा प्रकाशित हुई पुस्तकों में से निम्नलिखित पुस्तकें प्रासंगिक हैं: इस्लाम में मध्ययुगीन व्यापार के समय के सिद्धांत और व्यवहार व प्रथा। न्यायोचित इबादिहीय में बिक्री और सिफारिश के ठेके, रोम 2002।

2014 में उनके द्वारा संपादित ”इबादिहीय धर्म शास्त्र । सूत्रों और विद्वानों के अध्ययनों का पुनर्नवलोकन” नाम की पुस्तक छपने वाली है। इस ग्रन्थ खंड का उद्देश्य इबादिहीय धर्मशास्त्र के विभिन्न मुद्दों को प्राचीनकालीन उत्पत्ति से लेकर वर्तमान दिन तक प्रकाश में लाना है।     

अन्य विद्वान:

अगोस्तीनों चीलार्डो विश्व विदयालय
Naples का विश्व विद्यालय “L'Orientale"
http://docenti.unior.it/index2.php?user_id=acilardo&content_id_start=1
 

आइल्लेट सेऊरिल्ले
फ़्रांस में लिओन विश्व विद्यालय में  “मध्ययुग कालीन इस्लामिक इतिहास” के सहयोगी प्रोफेसर हैं।
http://univ-lyon2.academia.edu/CyrilleAillet

बादरी रोजविठा
पूर्वदेशीय अध्ययन पीठ, अलबर्ट-लुडविगस-विश्वविद्यालयजर्मनी
https://www.orient.uni-freiburg.de/islam/mitarbeiter/badry

च्यरैली ल्योनार्ड
Utah विश्वविद्याल्य के द जे. पुस्तकाल्य विल्लार्ड मेरीओट्ट में
http://campusguides.lib.utah.edu/middleeast

गेज़र आदम
सहायक प्रोफेसर, रेलिजन्स, फ्लोरिडा के स्टेट विश्वविद्याल्य, संयुक्त राज्य अमेरिका में 
http://religion.fsu.edu/faculty_adam_gaiser.html

विल्फ़ेर्ड माडेलुंग
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्याल्य। वे  वर्तमान में लंदन में इस्माइली अध्ययन के लिए बने संस्थान में  एक वरिष्ठ रिसर्च विद्वान हैं।
http://www.iis.ac.uk/view_person.asp?ID=54&type=auth

राडिविलोव डानियोलों
उप निदेशक, ओरिएंटल अध्ययन संस्थान, कीव, यूक्रेन
http://www.islamicmanuscript.org/DirectoryOfMembers/Person.aspx?mid=13

रोहे माथीयासएरलांगननुरेमबुर्ग विश्व विद्यालय जर्मनी
www.religareproject.eu/content/mathias-rohe 

फान एस्स जोसेफ़
टुएबिंगन विश्वविद्याल्य जर्मनी
http://de.wikipedia.org/wiki/Josef_van_Ess