ओमान का इस्लामीय संदेश
ओमान की सल्तन्नत सदियों से ही देश और विदेश में अपनी शांती प्रिय दार्शनिकता का आभास करवाती रही है ।
“पृथ्वी पर तीन प्रकार के लोगों के समूह मिलते हैं: पहिले हैं जो ईसाईयों, यहूदीयों, मुसलमानों के समूह से हैं, जो एक परमात्मा और एक पवित्त्र पुस्तक पर विश्वास रखते हैं। दूसरे हैं नास्तिक, जिन्होने रेलीजियन पर पूर्ण विश्वास खो दिया है, तीसरे हैं जोकि विभिन्न रेलीजियस और आध्यात्मिक विचारों को प्रस्तुत करते हैं। हम इन सभी समूहों के विद्वानों और प्रतिनिधियों के साथ एक रचनात्मक और वास्तविक संवाद बनाए रखने के लिए प्रयत्न शील हैं । इस विनिमय का उद्देश्य हमारी सोच, आम नैतिकता और न्याय की सामान्य भावना वाली हमारी नींवों को प्रतिबिंबित करने का है। सिर्फ तब और केवल तब, आपसी सांस्कृतिक विभिन्नताओं को स्वीकार करते हुए जब हम इन समानताओं से अवगत होंगें, ये हमारे क्रिया कलाप का आधार बनेंगे, तब ही हम और हमारे बच्चे यानिकि हमारी आने वाली पीढ़ीयाँ शांतीप्रिय भविष्य का आनंद भोग सकेंगे।“ शेख अब्दुल्लाह अल सालीमी: ओमान के वक्फ़ और रेलीजियस मामलों के मन्त्री,
सहिष्णुता- सदभावना
विवेकशीलता - शांतिपूरण सह-अस्तित्व