19 और 28 वर्ष की उम्र के बीच वाले पांच फ्रेंच छात्रों ने – जिनमें मुस्लिम, नास्तिक, ईसाई, यहूदी और अज्ञेयवादी – शामिल थे, जुलाई 2013 में दुनिया भर की यात्रा करने के लिए निकले और 50 से अधिक देशों का दौरा किया ।
फ्रांस की "Coexister" नाम के एक युवा संगठन द्वारा अंतर धर्मीय विश्व यात्रा
उनका लक्ष्य अंतर धर्मीय बातचीत में और वो जो सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने में लगे लोगों से मिलकर यह दिखाना था कि "एक साथ रह सकना संभव है", अंतर धर्मीय बातचीत को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में सूत्रपातों को ढूँढना व पहचानना था।
इस ग्रुप ने वक्फ़ और धार्मिक मामलों के मंत्रालय के निमंत्रण
पर ओमान का दौरा किया।
"यह अरब सल्तनत, जिसमें इस्लाम शासकीय रेलीजियन के रूप में है, रेलीजियस सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के माध्यम से, जो कि इसने बहुत दबाब के बावजूद भी सफलता के साथ स्थापित किया है, अपने पड़ोसी देशों से अलग थलग प्रकार का है।"