16 नवंबर
1996 में, (51/95 नंबर के निर्णय) के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 नवंबर को सहिष्णुता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को दोनों शैक्षिक संस्थानों की ओर निर्देशित गतिविधियों और व्यापक सार्वजनिकता के साथ आमंत्रित किया ।
2005 के विश्व शिखर सम्मेलन के परिणाम दस्तावेज (ए / आरईएस / 60/1), विभिन्न संस्कृतियों, सभ्यताओं और जनताओं के बीच सहिष्णुता, सम्मान, वार्तालाप/ संवाद और सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए व हर जगह मानव कल्याण, स्वतंत्रता और प्रगति के लिए अग्रिम के रूप में अच्छी तरह उपाय करने के लिए राज्य और शासनाध्यक्षों की प्रतिबद्धता की अपेक्षा की।
2014 से लेकर, वक्फ़ और रेलीजियस मामलों का मंत्रालय विश्व भर से उन लोगों को मस्कट के लिए निमंत्रित करने जा रहा है जो सक्रिय रूप से रेलीजियससहिष्णुता, विवेकशीलता/ सदभावना और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के विचार को बढ़ावा दें, और विचारों का आदान प्रदान करें और भविष्य के लिए एक सर्व भौमिक दृष्टिकोण करें।