अल अमना केंद्र मुसलमानों और ईसाइयों के बीच विवेकशीलता और सहयोग के सेतुओं व इंद्र्धनुषों के निर्माण द्वारा जन जनार्धन की भलाई के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है।
अल अमना सैंटर, मसकट, सल्तनत आफ़ ओमान
1893 में अमेरिका में पुंर्नस्थापित चर्च ओमान में आ गया और उसने चिकित्सा और शिक्षा का सूत्रपात शुरू कर दिया । यह इसलिए सफल रहा क्योंकि यह ओमान के लोगों और कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले कई अन्य देशों और धर्मों के लोगों का पूरे समुदाय की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए एक सहयोगात्मक प्रयास था ।
देश के आधुनिक विकास के साथ, इस काम का अंत हो गया है, लेकिन आज की दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक नया दृष्टिकोण सामने आया, ओमान के रेलीजियस मामलों के मंत्रालय के साथ साँझेदारी बनाकर 1987 में पुंर्नस्थापित चर्च ने अल अमना केंद्र की स्थापना अंतर धर्मीय विवेकशीलता व सदभावना को मूर्तरूप देने के लिए की । अल अमना केंद्र अब मुसलमानों और ईसाइयों के बीच विवेकशीलता/ सदभावना और सहयोग के सेतुओं के निर्माण द्वारा जन जनार्धन के भले के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है। अल अमना केंद्र के कार्यक्रम इस्लाम और ईसाइयत के बीच सांझे जीवन मूल्यों की खोज में परिणित होते हैं। शैक्षिक कार्यक्रमों में अंतर धर्मीय पर्यटन, ओमान के आतिथ्य में विदेशों में अध्ययन कार्यक्रम, पाठशाला कार्यक्रम, एक विजिटिंग विद्वान कार्यक्रम, प्रकाशन, और अंतर धर्मीय वार्षिक सम्मेलन शामिल हैं।